छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की पैरवी करने पर अधिवक्ता को धमकी देने के मामले में रायपुर के पूर्व एसपी के जवाब को बिलासपुर हाईकोर्ट ने अवमानना मान कर व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। उन्होंने हाईकोर्ट में उपस्थित होकर माफी मांगी। हाईकोर्ट ने उन्हें माफ करते हुए एसपी को अधिवक्ता की शिकायत की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
रायपुर निवासी अधिवक्ता सतीश वर्मा जेल में बंद नक्सलियों की ओर से हाईकोर्ट में पैरवी करते हैं। इस बात को लेकर कई बार पुलिस कर्मियों द्वारा उन्हें धमकी मिली। उन्होंने रायपुर के तत्कालीन एसपी अमित कुमार को आवेदन देकर सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। उनके आवेदन पर विचार नहीं किए जाने पर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका पर हाईकोर्ट ने रायपुर के पूर्व एसपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। रायपुर के तत्कालीन एसपी अमित कुमार ने अपना जवाब प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने जवाब के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया था, हाईकोर्ट ने उसे अवमानना मानते हुए नोटिस जारी किया। साथ ही उन्हें कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया। इस पर रायपुर के पूर्व एसपी अमित कुमार ने हाईकोर्ट में उपस्थित होकर अपनी गलती के लिए मांफी मांगी। हाईकोर्ट ने उनकी गलतियों को माफ करते हुए रायपुर के एसपी को याचिकाकर्ता अधिवक्ता की जान को खतरा है या नहीं, इसकी जांच कर हाईकोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।