निचली अदालतों में पैरवी करने वाले वकीलों को 1 अप्रैल से 30 जुलाई तक काला कोट पहनने से छूट रहेगी। इस दौरान वे बैंड पहनकर कोर्ट में पैरवी कर सकेंगे। यह सुविधा गर्मी के मौसम को देखते हुए दी जा रही है। इस अवधि में वकील बिना कोट पहने बैंड लगाकर कोर्ट में प्रकरणों की पैरवी के साथ ही बहस भी कर सकेंगे। 1 अप्रैल से निचली अदालतों में वकालत करने वाले वकीलों को यह सुविधा मिल जाएगी।
17 मई से हाईकोर्ट में समर वेकेशन के तहत 29 दिनों का ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। हाईकोर्ट के साथ ही निचली अदालत में भी ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रारंभ हो जाएगा। निचली अदालतों में वेकेशन के दौरान सिविल प्रकरणों की सुनवाई नहीं होगी। लिहाजा सिविल कोर्ट बंद रहेंगे। निचली अदालतों में अन्य मामलों की प्रतिदिन सुनवाई होगी। कोर्ट भी नियमित रूप से लगेंगे।
सिविल प्रकरणों के अलावा अन्य प्रकरणों की सुनवाई के दौरान पैरवी करने वाले वकील भीषण गर्मी में कोर्ट जाएंगे। गर्मी के मौसम में काला कोट पहनकर पैरवी करने में व्यवहारिक दिक्कतों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के सर्कुलर के अनुसार बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इस तरह की सुविधा वकीलों को दी है। यहां यह बताना लाजिमी है कि गर्मी के दिनों में जिला अदालत के अलावा तहसील कोर्ट में नियमित रूप से कामकाज होता है। लिहाजा इन अदालतों में भीषण गर्मी में वकीलों को मामलों-मुकदमों के सिलसिले में मशक्कत करते देखे जा सकते हैं। मसलन, बार कौंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशों से गर्मी के दिनों में पैरवी करने वाले वकीलों को इस छूट से राहत मिलेगी।