छत्तीसगढ के कांकेर जिले में बहुचर्चित शिक्षक भर्ती मामले में 132 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। जांच में प्रशासन ने यह पाया था कि, रिक्तियों के विरूद्व अधिक पदों पर भर्ती कर दी गई थी।
कांकेर के कोयलीबेडा क्षेत्र में मार्च 2007 में 57 पदों की रिक्तियां बताई गई थी, लेकिन जब अगस्त में भर्ती सुची जारी हुई तो 132 शिक्षकों की नियुक्ति कर ली गई। जबकि 23 वे शिक्षक ऐसे भी थे जिन्हें बगैर किसी प्रक्रिया के सीधे नियुक्ति दे दी गई थी।
जब मामले का खुलासा हुआ, तो शिक्षा विभाग ने इसकी जांच के आदेश दे दिये। जांच में यह पाया गया कि भर्ती किए गए 93 शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी है। भारी गोलमाल को देख प्रशासन ने सूची ही निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया।
इधर शिक्षकों ने इस आदेश के खिलाफ न्यायालय की शरण ली और एक बार फिर मामले की जांच हुई। आखिरकार प्रशासन ने 28 को पात्र पाते हुए शेष नियुक्तियां रदद कर दी है।
दरअसल शिक्षाकर्मी भर्ती प्रकिया पुरे छत्तीसगढ में विवादित है। भर्ती पर उठने वाले सवालों के कारण ही राज्य शासन ने अब शिक्षाकर्मी भर्ती जो पहले सीधे जनपद और जिला पंचायत के माध्यम से होती थी उसे व्यवसायिक परिक्षा मंडल के हवाले कर दिया है।
http://thatshindi.oneindia.in/news/2008/10/20/132-teachers-expelled-in-chhattisgarh.html
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