Apr 16, 2011

जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने ली शपथ

छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों को शुक्रवार को शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर स्टेट बार कौंसिल के सहयोग से बार ग्रंथालय में ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन भी किया गया। मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री हेमचंद यादव ने संघ को हर संभव मदद करने की बात कही। उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजीव पाण्‍डेय की मांग पर अपनी निधि से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की। अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए.के. पंडा ने की, उन्‍होंनें अधिवक्ताओं की मांग पर न्यायालय की नई बिल्डिंग के निर्माण के बाद पुरानी बिल्डिंग में एक कमरा संघ को देने की बात कही। विशेष अतिथि संसदीय सचिव विजय बघेल ने जेलों में विचाराधीन बंदियों की बढ़ती तादाद का जिक्र किया। कार्यक्रम में संघ के पूर्व अध्यक्ष गिरीशचंद्र शर्मा, सुदर्शन महलवार, पंडित अजय मिश्रा, रविशंकर सिंह, मनोज मिश्रा, तिरोहित चौहान, अजय शर्मा समेत न्यायालय के न्यायाधीश व बड़ी संख्या में सिनयिर और जूनियर अधिवक्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शकील अहमद (मार्शल) व हरेंद्र उमरे ने किया। आभार प्रदर्शन ऋषिकांत तिवारी ने किया।

इन्होंने ली शपथ :- अध्यक्ष राजीव पाण्‍डेय, उपाध्यक्ष ललित कुमार जोशी, श्यामला चौधरी, कोषाध्यक्ष अनिल जायसवाल, सचिव चेतन चंद्राकर, सह सचिव मनोज मित्रा, ग्रंथालय सचिव संगीता गुप्ता, क्रीडा एवं सांस्कृतिक सचिव गौरी चक्रवर्ती व कार्यकारिणी सदस्य विजय कसार, ऋषिकांत तिवारी, सोहनलाल चंद्रपक्षी, मो. अरशद खान, अमर जैन व सबीहा खान। संघ के कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव पहली बार मतदान से हुआ है। इस चुनाव में कार्यकारिणी सदस्‍य ऋषिकांत तिवारी निर्वाचित सभी पदाधिकारियों से अधिक मतों से विजयी हुए हैं जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। 
ई-लाईब्रेरी के उद्घाटन के बाद ग्रंथालय सचिव संगीता गुप्ता एवं पं.अजय मिश्रा
शपथ ग्रहण में साक्षी के तौर पर श्री कृष्‍ण जी भी साथ थे.
नई टीम को जूनियर कौंसिल संजीव तिवारी की शुभकामनांए

बिनायक सेन जमानत पर रिहा

उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रद्रोह के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे छत्तीसगढ़ के मानवाधिकार कार्यकर्ता बिनायक सेन को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति हरजित सिंह बेदी और न्यायमूर्ति चंद्रमौली कुमार प्रसाद की खंडपीठ ने यह स्पष्ट कर दिया कि याचिकाकर्ता की जमानत की अन्य शर्तें छत्तीसगढ़ की निचली अदालत तय करेगी। खंडपीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ साक्ष्य निराधार हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता यू यू ललित ने दलील दी कि याचिकाकर्ता पर नक्सली गतिविधियों में लिप्त होने के अनेक आरोप हैं। याचिकाकर्ता की ओर से कानूनविद राम जेठमलानी की दलील थी कि उनके मुवक्किल के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद नहीं होने के बावजूद निचली अदालत द्वारा उन्हें दोषी ठहराया जाना सरासर अनुचित है और राजनीति से प्रेरित हैं। विदित हो कि कि निचली अदालत ने डॉ. सेन को देशद्रोह तथा नक्सलियों से सम्पर्क रखने का दोषी करार देते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसे उन्होंने उच्च न्यायालय में चुनौती दी हुई है, जबकि उन्होंने जमानत याचिका रद्द किये जाने के उच्च न्यायालय के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी।
बिनायक सेन मामले से जुड़ा घटनाक्रम

14 मई, 2007 :  व्यापारी पीयूष गुहा और नक्सली नेता नारायण सान्याल के बीच संदशों का आदान-प्रदान करने के आरोप में सेन की गिरफ्तारी।
15 मई, 2007 :  सेन को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

25 मई, 2007 :  छत्तीसगढ़ सरकार ने दावा किया कि सेन से राज्य की सुरक्षा को खतरा है। उन्हें जमानत नहीं मिली।
3 अगस्त, 2007 :  पुलिस ने सेन के खिलाफ छत्तीसगढ़ विशेष सार्वजनिक सुरक्षा कानून और अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सत्यभामा दुबे की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया।
10 दिसम्बर , 2007 :  सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों वाली पीठ ने सेन की जमानत याचिका खारिज की।
15 मार्च11,  अप्रैल, 2008 : जेल प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए सेन को एकांत कारावास में रखा। 
30 मई,  2008 :  सेन मामले में रायपुर में सुनवाई प्रारंभ।
11 अगस्त, 2008 : छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में दूसरी जमानत याचिका दाखिल की गई।
14 अगस्त, 2008 : सेन की जमानत याचिका पर पहली बार सुनवाई। सुनवाई स्थागित।
2दिसम्बर, 2008 : जमानत याचिका खारिज।
3 दिसम्बर, 2008 : पूरक आरोप दाखिल, इसमें अतिरिक्त 47 गवाहों की सूची शामिल।
4 मई, 2009  : सर्वोच्च न्यायालय ने सेन को हिरासत में रखे जाने को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा। अदालत ने सेन के दिल की तकलीफ को देखते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने को भी कहा।
25 मई, 2009 : सर्वोच्च न्यायालय के  न्यायाधीश न्यायमूर्ति मर्कंडेय काटजू और न्यायमूर्ति दीपक वर्मा की पीठ के आदेश पर सेन जमानत पर रिहा।
23-26 नवम्बर 2009 : रायपुर सत्र न्यायालय में सुनवाई दोबरा शुरू।
अगस्त के अंतिम सप्ताह और सितम्बर की शुरुआत, 2010 : सर्वोच्च न्यायालय ने छत्तीसगढ़ सरकार को सितम्बर के अंत तक सेन के खिलाफ सबूत पेश करने का निर्देश दिया।
28 सितम्बर, 2010 : अभियोजन पक्ष ने सभी सबूत पेश किए।
25-26 नवम्बर, 2010 :  बचाव पक्ष ने 12 गवाहों सहित दस्तावेज पेश किए।
24 जनवरी, 2011 : सेन की जमानत याचिका पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में सुनवाई शुरू। वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी सेन के पक्ष में उतरे और निचली अदालत के फैसले को बिना सबूत के आधार वाला फैसला करार दिया।
25 जनवरी,  2011 :  एक अन्य वकील सुरेंद्र सिंह ने सेन का पक्ष लेते हुए कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ पुलिस ने सेन के नक्सलियों से सम्बंध होने के दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार किये हैं।’’ 
9 फरवरी, 2011 : उच्च न्यायालय ने अभियोजन पक्ष के वकील किशोर भादुड़ी की दलील सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रखा।
10 फरवरी, 2011 :  न्यायमूर्ति टीपी शर्मा और न्यायमूर्ति आरएल झानवार ने सेन की जमानत याचिका को खारिज किया।
11 अप्रैल,  2011 : सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एचएस बेदी और न्यायमूर्ति सीके प्रसाद की अध्यक्षता वाली खण्डपीठ ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अपनी दलील पेश करने के लिए और समय मांगने पर सुनवाई स्थगित की।
15 अप्रैल, 2011 :  सर्वोच्च न्यायालय ने सेन को जमानत दी।
चित्र पत्रिका समाचार पत्र 

Apr 4, 2011

छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला न्यायालयों में पदस्थ 28 न्यायाधीशों की तबादला सूची जारी

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट रजिस्ट्रार द्वारा रविवार 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला न्यायालयों में पदस्थ 28 न्यायाधीशों की तबादला सूची जारी की गई है। जारी तबादला सूची के अनुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश दंतेवाड़ा अशोक कुमार गोयल का रजिस्ट्रार छत्तीसगढ़ माध्यस्थता अधिकरण रायपुर, प्रथम अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय रायपुर आनंद कुमार बेक का जिला एवं सत्र न्यायाधीश दंतेवाड़ा, प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्ग राधा कृष्ण अग्रवाल का विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम दुर्ग, पंचम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्ग अशोक कुमार साहू का प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्ग, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत रायपुर श्रीमती मीनाक्षी गोंडाले का प्रथम अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय रायपुर, नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी सिराजुद्दीन कुरैशी का पंचम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्ग, नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी श्रीमती प्रज्ञा पचौरी का षष्टम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायपुर, नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी आलोक कुमार का स्थानांतरण अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायपुर ।

इसी तरह नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी योगेश पारीक का स्थानांतरण द्वितीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलौदा बाजार, नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी उत्तरा कुमार कश्यप का षष्टम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बिलासपुर, नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी गोविंद नारायण जांगड़े का अतिरिक्त जिल एवं सत्र न्यायाधीश बिलासपुर । वहीं नवनियुक्त न्यायिक अधिकारी बृजेन्द्र कुमार शास्त्री का षष्टम अतिरक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्ग, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजनांदगांव ब्लेसियस टोप्पो का अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत रायपुर। प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी धमतरी श्रीमती अनिता डहरिया का अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दंतेवाड़ा, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी दंतेवाड़ा अनेस्तस टोप्पो का अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जशपुर कुनकुरी, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कांकेर श्रीमती नीता यादव का द्वतीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बिलासपुर । इसी तरह प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी दुर्ग मनीष कुमार नायडू का अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कांकेर, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जांजगीर चांपा अब्दुल जाहिद कुरैशी का प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलौदा बाजार, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जगदलपुर वीरेन्द्र कुमार चाणक्य का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाकारी दंतेवाड़ा। प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जगदलपुर श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे का व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कांकेर, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कवर्धा चंद्र कुमार अजगल्ले का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजनांदगांव, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बैकुंठपुर जनता राम बंजारे का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी धमतरी, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंबिकापुर कार्तिकराम का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जगदलपुर, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बेमेतरा श्रीमती धनेश्वरी सिदार का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कवर्धा, षष्टम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रायपुर रोहित सिंह तंवर का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बैकुंठपुर, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सूरजपुर जितेन्द्र कुमार का स्थानांतरण प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी दुर्ग किया गया है। वहीं प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी खैरागढ़ मनीष कुमार ठाकुर का प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंबिकापुर, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 कोरबा कुमारी सरोज नंद दास का स्‍थानांतरण प्रथम व्‍यवहार न्‍यायाधीश वर्ग 1 एवं मुख्‍य दण्‍डाधिकारी जांजगीर-चांपा के पद पर किया गया है।

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