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न्यायाधीश जे.एन. पटेल और न्यायाधीश के.के. तातेड की खंडपीठ के समक्ष आरआईएल के वकील हरीश साल्वे ने कहा कि इस मामले में अदालत के सामने पारिवारिक करार पहले नहीं लाया गया था, तो अब कैसे और क्यों लाया जा रहा है। श्री सालवे ने कहा कि पारिवारिक करार इस मामले को सुलझाने में प्रमाण नहीं बन सकता। श्री सालवे की जिरह अधूरी रह गयी और कल वह इसे पूरा करेंगे। इससे पूर्व अदालत ने आरआईएल को आरएनआरएल और सरकारी एनटीपीसी को छोड़कर अन्य पक्षों से गैस बिक्री करार करने पर रोक लगाई हुई है।
साभार - जनपथ समाचार